तकदीर बदलेंगे ~ कुमार मंगलम रणवीर
तकदीर बदलेंगे...
मुकद्दर तू इतना डराओ मत,
डराओ गर मात खाओ मत।
गुनाहों से रहा न वास्ता कभी,
छूटा इश्क का न रास्ता कभी।
खुद को परेशानियों में टांकते रहें,
रख दर्दों-गम खुशियां बांटते रहें।
ताज्जुब में है जमाना देख हँसी
गले में मानो मीन की कांटे फंसी।
दम है हौसला भी तस्वीर बदलेंगे
थेथरई पर उतर तकदीर बदलेंगे।
~ कुमार मंगलम रणवीर
Comments
Post a Comment