करोना महामारी की भविष्य वाणी किसने की ? ~ मेवालाल

 करोना की भविष्यवाणी किसने की ? अगर आप तार्किक है तो देश में व्याप्त रूढ़िवाद कर्मकांड की मूल्यहीन दिखाने के लिए ये सवाल आपके अंदर जरूर आया हुआ होगा। कि ये इतना ज्ञानी बनते है ज्योतिष से ब्रह्मांड तक इतना ज्ञान बघारने वाले आखिर ये लोग भविष्यवाणी क्यों नही किए ? देश संभल जाता , हम तैयारी कर लेते और अपनो को नही खोते ।

करोना की यथावत भविष्यवाणी का अनुमान बेकार है पर उसके समान उसकी भविष्य वाणी ना की गई हो ऐसा नहीं है। उनमें से एक भविष्यवाणी सटीक है –

पहला दावा नास्ट्रेडमस की भविष्यवाणी की है। जिसमे उसके कुछ पंक्तियों को उठाकर जो अपठनीय है दावा किया जा रहा है उसने भविष्यवाणी की। पर यह दावा ही है जिसका सच्चाई से कोई रिश्ता नहीं है। इसका खंडन ब्रिटिश अखबार राइटर्स ने किया है। 



दूसरा दावा 1981 में प्रकाशित पुस्तक आई ऑफ डार्कनेस का है । इसके लेखक डीन कोंटाज हैं। इसका भी दावा करनेवाले सोशल मीडिया के यूजर्स है। जिसमे वुहान 400 का जिक्र है जिसे डीएनए से वुहान लैब में तैयार किया गया है। राइटर्स ने इसका भी खंडन किया है। जैसा दावा किया जा रहा है वैसा उसमे लिखा ही नहीं गया है। वह एक फिक्शनल वायरस है। करोना से बिलकुल मिलता जुलता नहीं है।



अगला दावा सिल्विया ब्राउन के पुस्तक इंड ऑफ डेज का है जिसका प्रकाशन 2008 में हुआ था। यह एक मनोवैज्ञानिक उपन्यास है। इसका दावा कुछ हद तक सही है।


इसको सबसे पहले किम करदाशियां ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया था। यह बर्कले प्रकाशन से प्रकाशित है। 336 पृष्ठ की पुस्तक है। 312 पेज पर भविष्य वाणी लिखित है। जिसमे लिखा गया है कि 2020 में निमोनिया जैसी बीमारी पूरी दुनिया में फैलेगी। जो फेफड़ों और लघु स्वांस नलिकाओं को प्रभावित करेगी , जो सभी इलाज का प्रतिरोध करेगी। यह जल्द ही खत्म हो जायेगी और पुना 10 साल बाद प्रभावी होगा। यह भविष्यवाणी सत्य के काफी नजदीक है।

सिल्विया ब्राउन कोई आध्यात्मिक गुरु नहीं थी। वे कर्मकांड में विश्वास भी नहीं करती थी, बल्कि प्रोफेसर थी, वह तांत्रिक या साध्वी भी नहीं थी। वह ज्योतिषी भी नहीं थी बल्कि एक मनोवैज्ञानिक लेखिका थी। किसी देव भूमि पर उसका जन्म नहीं हुआ था बल्कि वह एक अमेरिकन महिला थी। उन्होंने भगवान को माध्यम से समझने की बात कहीं, पर उन्होंने भगवान होने का दावा नहीं किया। बस उन्होंने स्वयं को एक सामान्य नागरिक के रूप में रखा।


                                                मेवालाल 20/2/2024



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